मध्यप्रदेश में सरकार किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग और उड़द की खरीदी करेगी। इसके लिए 19 जून से पंजीयन शुरू होगा। सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इस संबंध में मेरी केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा हुई है। राज्य सरकार की ओर से केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है।
सीएम यादव ने ट्वीट के जरिए इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जो किसान उड़द और मूंग का उत्पादन करते हैं। वे इसके लिए पंजीयन कराएं ताकि सरकार इसकी खरीदी कर सके और उन्हें उनकी उपज का उचित दाम दिलाया जा सके।
बता दें कि इस साल सरकार ने मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य 8768 रुपए तय किया है, जबकि खुले बाजार में भाव 5000 से 5500 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गए हैं। किसानों के विरोध की जानकारी मिलने के बाद गुरुवार को सीएम यादव ने कहा था कि वे जल्द ही केंद्रीय कृषि मंत्री से बात करेंगे और किसानों के हित में फैसला लेंगे।
किसानों को कम दाम पर बेचना पड़ रही थी फसल मूंग की बिक्री को लेकर इस समय प्रदेश के किसानों में काफी नाराजगी देखी जा रही है। कई जगह किसान प्रदर्शन, नारेबाजी और जल सत्याग्रह कर अपना विरोध जता रहे हैं। इसका कारण मूंग की सरकारी खरीदी राज्य में नहीं होना है, जिससे किसानों को समर्थन मूल्य से करीब-करीब 3000 रुपए क्विंटल के नीचे भाव पर कृषि उपज मंडियों में बेचना पड़ रहा है।
किसानों का कहना है, उन्हें प्रति एकड़ 7 से 8 हजार रुपए क्विंटल का खर्चा आ रहा है जबकि मंडियों में दाम काफी घटाकर बोले जा रहे हैं। खुले बाजार में भाव 5000 से 5500 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गए हैं। बीते वर्ष खुले बाजार में 8000 रुपए क्विंटल से ऊपर के भाव मिले थे।
किसानों ने दी थी आंदोलन की चेतावनी राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ शिवकुमार शर्मा ‘कक्काजी ने कहा था कि समर्थन मूल्य पर प्रदेश में मूंग की खरीदी नहीं होने से किसान चिंतित और असमंजस की स्थिति में है। सरकार को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।
सरकारी खरीदी नहीं होने से किसानों को मजबूरन अपनी फसल मंडियों में बेचनी पड़ रही है, जिससे उन्हें काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। हम तीन दिन तक सरकार के रुख का इंतजार करेंगे, इसके बाद प्रदेशव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा।